अवतार और एलिस इन वंडरलैंड जैसी थ्रीडी फिल्मों की पॉप्युलैरिटी ने दिखा दिया है कि आने वाला जमाना थ्रीडी तकनीक का ही है। लोगों की इस नब्ज को भांपकर जापान की इलेक्ट्रॉनिक कंपनी शार्प ने ऐसे थ्रीडी फोन बनाने का ऐलान किया है जिनका मजा बिना स्पेशल चश्मों के उठाया जा सकेगा।
हाल ही में इस कंपनी ने तीन इंच का एलसीडी डिस्प्ले स्क्रीन पेश किया था जिसमें बिना चश्मे के थ्रीडी एनिमेशन दिखाई दिया। इसके अलावा एक ऐसा टच पैनल स्क्रीन भी लोगों की नजर किया गया जिसमें आप एक थ्रीडी फोटो को फ्लिक करके दूसरे थ्रीडी फोटो तक जा सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे किसी किताब के पन्ने पलटे जाते हैं। इसी तरह की थ्रीडी तकनीक वाला एक कैमकॉर्डर भी लोगों के सामने रखा गया जिसमें शूट किए गए विडियो थ्रीडी में दिख रहे थे।
ये थ्रीडी इमेज स्क्रीन से 12 इंच की दूरी तक बिना चश्मे के देखे जा सकती हैं। इस तकनीक को इस तरह डिवेलप किया गया है कि स्क्रीन पर दिखने वाली इमेज दोनों आंखों को अलग-अलग किस्म की दिखाई देती है। इस वजह से इस तरह का भ्रम पैदा होता है कि हम कोई थ्रीडी फोटो देख रहे हैं।
यह इलेक्ट्रॉनिक कंपनी 2002 से थ्रीडी प्रॉडक्ट पर काम कर रही है। हालांकि, शुरू में समस्या खराब तस्वीर, रिजॉल्यूशन और ब्राइटनैस की रही है। मोबाइल फोन के अलावा इस नई तकनीक को इलेक्ट्रॉनिक डायरीज और डिजिटल कैमरों में इस्तेमाल किया जाएगा। ये अनोखे डिवाइस जापान में इसी साल सितंबर से मिलने लगेंगे।
हाल ही में इस कंपनी ने तीन इंच का एलसीडी डिस्प्ले स्क्रीन पेश किया था जिसमें बिना चश्मे के थ्रीडी एनिमेशन दिखाई दिया। इसके अलावा एक ऐसा टच पैनल स्क्रीन भी लोगों की नजर किया गया जिसमें आप एक थ्रीडी फोटो को फ्लिक करके दूसरे थ्रीडी फोटो तक जा सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे किसी किताब के पन्ने पलटे जाते हैं। इसी तरह की थ्रीडी तकनीक वाला एक कैमकॉर्डर भी लोगों के सामने रखा गया जिसमें शूट किए गए विडियो थ्रीडी में दिख रहे थे।
ये थ्रीडी इमेज स्क्रीन से 12 इंच की दूरी तक बिना चश्मे के देखे जा सकती हैं। इस तकनीक को इस तरह डिवेलप किया गया है कि स्क्रीन पर दिखने वाली इमेज दोनों आंखों को अलग-अलग किस्म की दिखाई देती है। इस वजह से इस तरह का भ्रम पैदा होता है कि हम कोई थ्रीडी फोटो देख रहे हैं।
यह इलेक्ट्रॉनिक कंपनी 2002 से थ्रीडी प्रॉडक्ट पर काम कर रही है। हालांकि, शुरू में समस्या खराब तस्वीर, रिजॉल्यूशन और ब्राइटनैस की रही है। मोबाइल फोन के अलावा इस नई तकनीक को इलेक्ट्रॉनिक डायरीज और डिजिटल कैमरों में इस्तेमाल किया जाएगा। ये अनोखे डिवाइस जापान में इसी साल सितंबर से मिलने लगेंगे।