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 virus



एक खास तरह का प्रोग्राम होता है, जो कंप्यूटर के डाटा को नुकसान पहुंचा सकता है या उसे चुरा सकता है। यह आमतौर पर ईमेल, पेनड्राइव या सीडी से डाटा ट्रांसफर करते समय और इंटरनेट से डाउनलोड करते समय आता है।
वायरस से लड़ने के लिये एंटी वायरस बनाये जाते हैं। एंटी वायरस सॉफ्टवेयर किन्हीं खास तरह के कोड्स को ध्यान में रखकर बनाये जाते हैं। जब कोई फाइल इन कोड्स से मिलती-जुलती होती है, तो यह प्रोग्राम उसे ब्लॉक कर देता है और इसके साथ ही आपको आगाह कर देता है कि आपके कंप्यूटर में वायरस है और उसको हटाने की जरूरत है। हर हफ्ते सैकड़ों नये वायरस पैदा होते हैं और एंटी वायरस कंपनियां खुद को इसके लिये तैयार करती रहती हैं।
       उनकी कोशिश यही होती है कि इस जंग में कहीं वो पिछड़ न जायें। इसलिये यह बेहद जरूरी है कि आप अपने कंप्यूटर के एंटी वायरस सॉफ्टवेयर को लगातार अपडेट करते रहें। कई एंटी वायरस सॉफ्टवेयर ‘ऑटोमैटिक अपडेट’ के साथ आते हैं, यानी वे खुद-ब-खुद अपने को अपडेट करते रहते हैं।
                          मैक्फे, एवीजी, अवास्ट, अवीरा आदि कई एंटी वायरस सॉफ्टवेयर मौजूद हैं। इन्हें ऑनलाइन या सॉफ्टवेयर की दुकान से खरीद सकते हैं या फिर इनके फ्री वर्जन इंटरनेट से डाउनलोड कर सकते हैं। फ्री वर्जन कुछ सीमित समय के लिये मिलते हैं। साथ ही कई बार इनमें पूरा प्रोटेक्शन भी नहीं मिलता।

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