यदि आपका मानना है कि टैबलेट्स आईपैड की जंग में एप्पल का आईपैड सबसे आगे है तो आप एक बार फिर से इस पर विचार कीजिए, क्योंकि गूगल इससे भी बेहतर टैबलेट बना रहा है। यही नहीं, इसने हाल में टोरंटो स्थित स्टार्टअप बंपटॉप को भी खरीदा है, जो थ्री डी मल्टीटच टेकAोलॉजी का महारथी है।इस नई तकनीक के जरिये गूगल आईपैड के यूजर्स को प्रोग्राम्स और फाइल्स चुनने की भी सुविधा होगी।
इस नए अवतार से मल्टीटच के यूजर्स परंपरागत टू डी से थ्री डी की ओर रुख करने लगेंगे। पिछले महीने गूगल के टैबलेट से जुडी खबरें इंटरनेट पर आयी थीं। न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल टैबलेट पर किताबें, पत्रिकाएं और दूसरे कंटेंट मुहैया कराने को लेकर कुछ प्रकाशकों के संपर्क में हैं।
एक अन्य मीडिया ग्रुप ने गूगल की नई खरीदारी से जुडी रिपोर्ट में कहा कि इस पर गूगल को 40 मिलियन डॉलर खर्च करने होंगे और इस तकनीक को हासिल करने के बाद यह कंपनी उन्नत किस्म का टैबलेट बनाने में कामयाब हो सकेगी।एप्पल का आईपैड बाजार में आने के बाद कई कंपनियां इससे बेहतर टैबलेट बनाने में जुट गयीं।
जनवरी में एचपी ने अपना टैबलेट लांच किया, जो जल्द ही ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी। फरवरी में अमेजन ने एक टच स्क्रीन कंपनी खरीदी तो अफवाहें उड़ीं कि यह कंपनी एप्पल को टक्कर देने के लिए आईपॉड तैयार कर रही है। नियोफोनी ने भी वीपैड नाम से एक टैबलेट कम्प्यूटर तैयार किया था जो यूरोप में प्रकाशकों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहा है। माइक्रोसॉफ्ट भी एक टैबलेट डिवाइस पर काम कर रहा था लेकिन इसने हाल में इस प्रोजेक्ट को रद करने की घोषणा की है।