पावर ड्रेसिंग का मतलब ऐसा ड्रेस अप है, जिससे आपकी छवि उस सफल कामकाजी व्यक्ति की बन सके जो आप हैं या आप वास्तव में होना चाहते हैं। आपमें जो सामर्थ्य है, जो शक्ति है, वह सली के से पहनी गई पोशाक में कहीं बेहतर ढंग से नजर आती है। उदाहरण के लिए, यदि आप मीटिंग के दौरान शालीन सूट में हैं तो आप तन कर खड़े होंगे, सामने वाले की आंखों से आंखें मिला कर बातें कर सकेंगे और हाथ मिलाने का आपका अंदाज भी दमदार होगा। चाहे नए जॉब की बात हो या पदोन्नति का मामला हो, उन लोगों के पहनावे का आकलन सूक्ष्मता से करें जो उस जॉब या उस पद पर पहले से हैं। कॉरपोरेट वर्ल्ड या कारोबारी जगत में आपके ड्रेस सेंस से बॉस को यह स्पष्ट होता है कि आप किसी जिम्मेदारी को संभालने के प्रति कितने तत्पर हैं। पहनावे से संबंधित निम्न बातों पर ध्यान देकर आप एक पावरफुल प्रोफेशनल के रूप में अपनी छवि बना सकते हैं।
-आप जो हैं, उसके अनुरूप पोशाकें न धारण करें, बल्कि आप जिस स्थिति में खुद को देखना चाहते हैं, उसके अनुसार खुद को तैयार करें। उन लोगों के ड्रेस सेंस को देखें जो अपने कैरियर के टॉप पर हैं और उनसे आइडिया लें। इसका तात्पर्य यह नहीं है कि आप किसी की नकल करें, बल्कि पहनावे के उनके अंदाज से प्रेरित हों और उसको अपने ऑफिस ड्रेस का अंग बनाते हुए अपना व्यक्तिगत स्टाइल विकसित करें।
-जॉब ढूंढ़ते वक्त या साक्षात्कार के लिए जाते वक्त जो निर्धारित ड्रेस कोड है, वहीं पहनें, यानी बिजनेस फॉरमल। हां, यदि आप किसी क्रिएटिव जॉब केलिए जा रहे हैं तो कैजुअल आजमा सकते हैं। तब आपसे ऐसे पहनावे की अपेक्षा भी की जाती है। बिजनेस फॉरमल गहरे रंग का, जैसे ब्लैक, ग्रे, नेवी, ब्राउन आदि होना चाहिए।
-ड्रेस के साथ जरूरी एक्सेसरीज ही होनी चाहिए। घड़ी, पेन, ज्वेलरी, बैग आदि सभी चीजों में शालीनता झलकनी चाहिए। ज्यादा रंगीन और चमकदार एक्सेसरीज न हों। अपने फुटवियर पर खास ध्यान दें, जिसका आपके पहनावे से मेल खाना जरूरी है।
-बाल सामान्य और सलीके से संवरे होने चाहिए। नाखूनों की सफाई पर खास तौर पर ध्यान दें। आजकल बालों को रंगीन करने का चलन है, पर इंटरव्यू के दौरान इससे परहेज रखें।
-इंटरव्यू के लिए जाते वक्त कुछ भी ऐसा न पहनें, जिसमें आप असहज महसूस करें। जॉब की जरूरत का ध्यान रखते हुए वैसा पहनें जो आप पर सूट करता हो। कुल मिलाकर पावर ड्रेसिंग का तात्पर्य यह है कि इंटरव्यू के दौरान आप आत्मविश्वास से भरे नजर आएं। तभी सफलता आपके करीब आएगी।
-आप जो हैं, उसके अनुरूप पोशाकें न धारण करें, बल्कि आप जिस स्थिति में खुद को देखना चाहते हैं, उसके अनुसार खुद को तैयार करें। उन लोगों के ड्रेस सेंस को देखें जो अपने कैरियर के टॉप पर हैं और उनसे आइडिया लें। इसका तात्पर्य यह नहीं है कि आप किसी की नकल करें, बल्कि पहनावे के उनके अंदाज से प्रेरित हों और उसको अपने ऑफिस ड्रेस का अंग बनाते हुए अपना व्यक्तिगत स्टाइल विकसित करें।
-जॉब ढूंढ़ते वक्त या साक्षात्कार के लिए जाते वक्त जो निर्धारित ड्रेस कोड है, वहीं पहनें, यानी बिजनेस फॉरमल। हां, यदि आप किसी क्रिएटिव जॉब केलिए जा रहे हैं तो कैजुअल आजमा सकते हैं। तब आपसे ऐसे पहनावे की अपेक्षा भी की जाती है। बिजनेस फॉरमल गहरे रंग का, जैसे ब्लैक, ग्रे, नेवी, ब्राउन आदि होना चाहिए।
-ड्रेस के साथ जरूरी एक्सेसरीज ही होनी चाहिए। घड़ी, पेन, ज्वेलरी, बैग आदि सभी चीजों में शालीनता झलकनी चाहिए। ज्यादा रंगीन और चमकदार एक्सेसरीज न हों। अपने फुटवियर पर खास ध्यान दें, जिसका आपके पहनावे से मेल खाना जरूरी है।
-बाल सामान्य और सलीके से संवरे होने चाहिए। नाखूनों की सफाई पर खास तौर पर ध्यान दें। आजकल बालों को रंगीन करने का चलन है, पर इंटरव्यू के दौरान इससे परहेज रखें।
-इंटरव्यू के लिए जाते वक्त कुछ भी ऐसा न पहनें, जिसमें आप असहज महसूस करें। जॉब की जरूरत का ध्यान रखते हुए वैसा पहनें जो आप पर सूट करता हो। कुल मिलाकर पावर ड्रेसिंग का तात्पर्य यह है कि इंटरव्यू के दौरान आप आत्मविश्वास से भरे नजर आएं। तभी सफलता आपके करीब आएगी।