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बैंकिंग सेक्टर हमेशा से लोगों का पसंदीदा करियर डेस्टिनेशन रहा है। कम्प्यूटर आने के बाद बैंकिंग सेक्टर में काम करने का अंदाज भी काफी बदला है। यही कारण है कि युवा इस सेक्टर की ओर काफी संख्या में आकर्षित हो रहे हैं। यदि आप भी बैंक में नौकरी करना चाहते हैं, तो यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में प्रोबेशनरी क्लर्क पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। कुल पदों की संख्या 700 है। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 22 सितंबर तथा परीक्षा की तिथि 28 नवंबर, 2010 है।
शैक्षिक योग्यता
यूनाइटेड बैंक में प्रोबेशनरी क्लर्क पदों के लिए अभ्यर्थियों को किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड या संस्थान से बारहवीं में कम से कम 60 प्रतिशत अंक या किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री अनिवार्य है। इसके साथ ही मान्यताप्राप्त संस्थान से कम से कम तीन महीने का कम्प्यूटर कोर्स अवश्य किया हुआ हो।
उम्र सीमा
सामान्य अभ्यर्थियों के लिए उम्र 18 से 28 वर्ष निर्धारित है, तो वहीं एससी, एसटी, ओबीसी तथा विकलांग उम्मीदवारों के लिए अधिकतम उम्र सीमा में छूट का प्रावधान है।
परीक्षा का स्वरूप
लिखित परीक्षा का पहला भाग वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर आधारित होगा, जिसमें रीजनिंग, क्लेरिकल एप्टीटयूड, क्वांटेटिव एप्टीटयूड और जेनरल इंग्लिश से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। गलत उत्तर देने पर निगेटिव मार्किग का भी प्रावधान है। दूसरे भाग में विवरणात्मक प्रश्न शामिल होंगे। लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। इसमें सफल होने के बाद अभ्यर्थी का अंतिम रूप से चयन किया जाएगा।
कैसे करें तैयारी
इस परीक्षा में यदि प्रश्नों को तेजी और शुद्धता से हल करने की आदत नहीं है, तो अधिकांश प्रश्नों का जवाब दे पाना संभव नहीं है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए अधिक से अधिक संख्या में प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें और शुद्धता का भी पूरा ध्यान रखें। चूंकि प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होते हैं, इसलिए उन्हें शॉर्टकट फार्मूले से हल करने का प्रयास करें।
सभी खंडों पर ध्यान दें
बैंकिंग सर्विसेज क्रॉनिकल के प्रभात नंदन कहते हैं कि जेनरल इंग्लिश में विशेष रूप से ग्रामर, कॉम्प्रिहेंशन, वोकैबलरी आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं। इस खंड में कॉम्प्रिहेंशन से लगभग 10-15 प्रश्न पूछे जाते हैं। लगभग 10-10 प्रश्न कॉमन एरर और अन्य से पूछे जाते हैं। समान संख्या में समानार्थक, विपरीतार्थक तथा सेंटेंस अरेंजमेंट से प्रश्न होंगे। इसके अलावा इडियम/फ्रेजेज, सेंटेंस को इंप्रूव करने तथा कभी-कभार स्पेलिंग एरर से भी प्रश्न पूछे जाते हैं। इस खंड के प्रश्नों को हल करने के लिए फंडामेंटल ग्रामर की जानकारी बहुत जरूरी है। नियमित अभ्यास के लिए अंग्रेजी की पुस्तकों व पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन करना लाभकारी साबित हो सकता है। इसके अलावा रेन ऐंड मार्टिन की ग्रामर की पुस्तक भी समान रूप से उपयोगी हो सकती है। यह खंड परीक्षा की दृष्टि से सबसे कम समय लेने वाला होता है। इस खंड से समय बचाकर कठिन खंडों रीजनिंग व क्वांटेटिव एप्टीट्यूड में लगाना लाभकारी हो सकता है। क्वांटेटिव एप्टीट्यूड में अधिकांश प्रश्न अंकगणितीय सूत्रों से हल होने वाले होते हैं। इसमें संख्यात्मक गणनाओं, जैसे संख्यात्मक तर्क संगतता एवं आलेखों से निष्कर्ष निकालने से संबंधित प्रश्न होते हैं।
प्रत्येक प्रश्न को सावधानीपूर्वक पढकर उसका सही उत्तर देना चाहिए। इसके अलावा दशमलव, भिन्न, संख्या पद्धति, चक्रवृद्धि व साधारण ब्याज, प्रतिशत, लाभ और हानि, समय और दूरी से संबंधित प्रश्न भी पूछे जाते हैं। इस खंड की तैयारी के दौरान विशेष सूत्रों को याद करने तथा प्रश्नों को शॉर्टकट तरीके से हल करने में समय देना चाहिए। जहां सूत्रों की जानकारी से प्रश्नों का सर्वशुद्ध हल किया जा सकता है, वहीं शॉर्टकट तरीके से प्रश्नों को हल कर कम समय में अधिक से अधिक प्रश्नों को हल किया जा सकता है। बैंक परीक्षाओं के तर्कशक्ति परीक्षण वाले प्रश्नों का स्टैंडर्ड थोडा कठिन होता है। इसमें दो प्रकार के प्रश्न होते हैं- वर्बल और नॉन वर्बल। वर्बल से लगभग 25-35 प्रश्न पूछे जाते हैं, जबकि नॉन वर्बल से 15-25 प्रश्न पूछे जाते हैं। दोनों प्रकार के प्रश्नों में श्रृंखला, वर्गीकरण, सादृश्यता आदि से प्रश्न होते हैं। इसके अलावा शाब्दिक खंड से रक्त संबंधित प्रश्न, कथन व निष्कर्ष से संबंधित प्रश्न भी पूछे जाते हैं। इसके लिए बाजार में उपलब्ध किसी स्तरीय पुस्तक से अध्ययन करना लाभकारी हो सकता है। इस खंड के प्रश्नों की तैयारी के लिए नियमित प्रैक्टिस बहुत जरूरी है।
बनाएं अलग स्ट्रेटेजी
आप अपनी तैयारी को सामूहिक प्रैक्टिस के जरिए सरल बना सकते हैं। यदि आप दो-चार के ग्रुप में तैयारी कर रहे हैं, तो कम समय में कठिन और आसान प्रकार के खंडों की तैयारी की जा सकती है। सामूहिक अध्ययन से एक-दूसरे की खामियों का पता चलता है, जिससे परीक्षा हॉल में होने वाली गलतियों से बच सकते हैं। ग्रुप बनाते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि आपके सहयोगी अलग-अलग विषयों में दिलचस्पी रखने वाले या विशेषज्ञता हासिल करने वाले हों।
टाइम मैनेजमेंट
इसका महत्व न सिर्फ तैयारी में है, बल्कि परीक्षा हॉल में भी महत्वपूर्ण भूमिका है। अभ्यास के दौरान अलग-अलग तरह के प्रश्नों के लिए एक समय सीमा निर्धारित करनी चाहिए। इससे परीक्षा में प्रश्न छूटने की आशंका कम होगी।
सुविधा के लिए तैयारी को कई चरणों में बांट लेना चाहिए। किस वक्त किस विषय को प्राथमिकता देनी चाहिए, यह खुद निर्धारित करें।
आधारभूत जानकारी के अलावा अधिकाधिक प्रश्नों को हल करने की प्रैक्टिस भी करनी चाहिए। इसके लिए निर्धारित समय सीमा में पूर्व परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करना अच्छा रहता है। इससे टाइमिंग भी सही होगी और परीक्षा के पैटर्न की भी जानकारी मिलेगी। इस दौरान हर प्रश्न की सही तकनीक और शॉर्टकट विधि ईजाद करनी चाहिए। 60 प्रतिशत प्रश्नों के पैटर्न पिछली परीक्षाओं से मिलते-जुलते होते हैं। अत: इससे परीक्षा में पूछे जाने वाले अधिकांश प्रश्नों के पैटर्न से वाकिफ हुआ जा सकता है। यदि आप लिखित परीक्षा में सफल होते हैं, तो आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। यदि बेहतर करने में सफल होते हैं, तो आपका प्रोबेशनरी क्लर्क के लिए चयन हो सकता है। अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट www.unitedbankof india.com है।

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